चावल खाना किसे पसंद नहीं होता है लेकिन चावल खाने से लोगों को कई तरह की परेशानियां जैसे वजन बढ़ना और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन अब सफेद चावल की तुलना में अगर ब्राउन राइस खाया जाए तो ये मुश्किलें कुछ कम हो जाती हैं। ब्राउन राइस में फास्फोरस, मैंग्नीज, सैलेनियम, तांबा और नियोसिन का बड़ा स्रोत होता है जो शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
बच्चों के लिए फायदेमंद होता है।
बढ़ते हुए बच्चे के शरीर में पोषण की जरूरतों को पूरा करने के लिए सफेद चावल से ज्यादा अच्छा ब्राउन राइस होता है। ब्राउन राइस बच्चों की शरीर की जरूरते पूरी कर उन्हें मजबूत बनाता है।
मोटापे को करता है कम
ब्राउन राइस खाने में बहुत भारी होता है इसे खाने में काफी टाइम तक आपको कुछ खाने का मन नहीं करता और इससे आपका वजन भी कम होता है।
हड्डियां भी बनती है मजबूत
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए मैग्निशियम अधिक मात्रा में चाहिए होता है। ब्राउन राइस में मैग्निशियम भरपूर होता है जो हड्डियों की सेहत के लिए बेहतर होता है।
ब्राउन राइस से डायबिटीज होता है कम
ब्राउन राइस शरीर में शुगर लेवल बढ़ने को कम करता है। इस राइस को खाने में शामिल करने से डायबिटीज होने का खतरा भी कम हो जाता है।
कोलेस्ट्राल को भी घटाता है
कोलेस्ट्राल को कम करने में ब्राउन राइस मदद करता है। कोलेस्ट्राल कम होने से धमनियां ब्लाक नहीं होती हैं और दिल की बीमारी नहीं होती है।
इम्यूनिटी भी बढ़ाता है
ब्राउन राइस में एंटीआक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो हमारी इम्यूनिटी को मजबूत करता है। यह चावल शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से बचाता है।
महिलाओं के लिए भी अच्छा होता है
आमतौर पर डिलवरी के बाद महिलाओं को थकान, मूड बदलना, अकेलापन जैसी बीमारियां घेर लेती हैं। ब्राउन राइस के सेवन से इस तरह की परेशानियों से बच सकती हैं। साथ ही स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी कई तरह की परेशानियों का सामना करता पड़ता है। ब्राउन राइस इन समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
अल्जाइमर को करता है दूर
बुढ़ापे में होने वाला अल्जाइमर ब्राउन राइस खाने से दूर हो सकता है। इस राइस में गामा-एमीनोब्यूट्रिक एसिक की पर्याप्त मात्रा होती है। यह मस्तिष्क से जुड़े दूसरे विकारों को भी दूर करता है।